प्रस्तुत पुस्तक मात्रा ज्ञान को तीन भागों में विभाजित किया गया है जिसका मूल उद्देश्य शुद्ध हिंदी सिखाने के साथ-साथ बच्चों की रचनात्मक अभिव्यक्ति, स्वयं कविता, कहानी व लेख लिखने की प्रेरणा देना है।
बच्चों की मानसिक एवं बौद्धिक क्षमता के अनुसार गतिविधियों का भी ध्यान रखा गया है जिससे बच्चों का पठन, लेखन व वाचन का उचित ज्ञानार्जन हो सके।
इस पुस्तक में कुछ देशज, विदेशी, संस्कृत व निरर्थक शब्द हो सकते हैं जिन्हें बच्चों के उच्चारण व लेखन अभ्यास हेतु सम्मिलित किया गया है।
शब्द निर्माण में (बा+ज बाज) (+) का चिह्न दो ध्वनियों के बीच संधि के लिए नहीं, अपितु हिज्जे (अक्षरीकरण) के लिए है।
- ‘उ’ की मात्रा
- ‘ऊ’ की मात्रा
- ‘ए’ की मात्रा
- ‘ऐ’ की मात्रा